राजनेता जो चुनाव से पहले बड़े-बड़े वादे कर जीतने पर भूल जाते हैं, तो हमें भी विस्मृति को स्वतंत्रता का एक रुप ही समझना चाहिए। आज की Hindi Story Funny अत्यधिक भुलक्कड़ चिंटू जी हास्यास्पद स्थिति पर इंगित है, तो आइए आनंद से इन क्षणों को जिएं।
Hindi Story Funny: चिंटू जी मदिरालय में
आज चिंटू जी मदिरालय में अपने दोस्तों के साथ बैठे हुए कुछ ज्यादा ही बहक गए। वहां उन्हें कुछ खाने का सामान पसंद नहीं आया, तो बोले कि ये क्या खाना है? खाना तो हमारे घर पर बनता है। एक बार खाओ, तो बस उँगलियाँ चाटते रह जाओगे। मैं तो इसीलिए कभी बाहर का खाना खाता ही नहीं। उनके दोस्त उनकी इस बात को टकटकी लगाकर सुन रहे थे। उनमें से एक दोस्त बोला चिंटू जी, सिर्फ तारीफ ही करते रहोगे या कभी हमें भी अपने घर का खाना खिलाओगे? चिंटू जी पूरे जोश में थे, होश थोड़ा कम था, बोले क्यों नहीं! आज ही चलो…..
Hindi Story Funny: चिंटू जी के घर पर दावत
उनके दोस्त भी मधुशाला के रंग में पूरी तरह रमे हुए थे, होश की कमी पर जोश का जज्बा बुलंद था। सबने एक सुर में कहा, क्यों नहीं, क्यों नहीं आज तो 56 भोग हमारा इंतजार कर रहे हैं। आठों दोस्त उनके घर की तरफ चल दिए। उस समय रात के 12 बज रहे थे। रास्ते पर बात करते करते आधा घंटा और बीत चुका था। इधर घर नजदीक आते आते चिंटू जी को भी कुछ होश आ रहा था और कुछ पत्नी का ख्याल भी दिमाग में आ गया था। वैसे भी, पत्नी का ख्याल आ जाए, तो बेहोश पड़ा आदमी भी होश में आ जाता है।
Hindi Story Funny: चिंटू जी की चिंता
तभी चिंटू जी को याद आया कि पत्नी ने तो उनको घर से आटा, दाल और चावल लेने भेजा था और वह इन दोस्तों के बेहकावे में आकर मदिरालय पहुंच गए। पीने चले गए वह तो अलग, ऊपर से राशन लाने की जगह, अपने दोस्तों को ही न्योता दे दिया पकवान खाने का। 4 घंटे से घर पर पत्नी इन्तजार कर रही थी, कि चिंटू जी कहाँ रह गए, घर में राशन खत्म है। अपने भुलक्कड़पन के कारण, चिंटू जी अपना मोबाइल भी घर पर भूल गए थे। जैसे जैसे घर नजदीक आ रहा था, चिंटू जी की मदहोशी होश में तब्दील हो रही थी।
Hindi Story Funny: चिंटू जी को पत्नी का भय
दिमाग बड़ी तेजी से काम करने लगा, सोचने लगे, इन दोस्तों को सड़क पर ही भटकाता हूँ। लेकिन उनमें से उनका एक प्रिय मित्र चिंटू जी के घर अक्सर आता जाता रहता था, अब तो चिंटू जी की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई। अब उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करें। चिंटू जी पसीने से भीगने लगे। सोच रहे थे कि कहाँ तो घर पर उस भूखी शेरनी को ये जवाब देना है, कि मैं दाल चावल लाने की जगह पीने कैसे चला गया, उस पर अगर वह इन भोजन करने की इच्छा से आए दोस्तों को देखेगी तो क्या होगा? अब तो भगवान ही याद आने लगा।
Hindi Story Funny: चिंटू जी की योजना
आखिर चिंटू जी ने आत्मसमर्पण का निर्णय लिया। कोई भी पति इसके अलावा और कर भी क्या सकता है। घर के पास पहुंच कर दोस्तों से बोले, आप सब लोग चुप चाप घर के बाहर ही खड़े रहना। मैं जरा घर का माहौल देख कर आता हूँ। आप लोग तो जानते ही कि रात के इस समय अचानक आप लोगों के साथ घर में प्रवेश करूंगा, तो बात बिगड़ सकती है…. पहले मैं जरा सब संभाल लूँ! फिर आप को बुलाता हूँ। कोई बिल्कुल भी आवाज ना करे और किसी भी हालात में घर का दरवाजा मत खड़काना।
Hindi Story Funny: चिंटू जी का सरेंडर
उनके दोस्त भी शादीशुदा थे, तो वे सब चिंटू जी की बात को अच्छे से समझ गए। सब चुप चाप घर के बाहर खड़े हो गए। चिंटू जी ने घर में घुसते ही पत्नी के पैर पकड़ लिए और अपनी गलती के लिए माफ़ी मांगने लगा। भूखी पत्नी का गुस्सा सातवें आसमान पर था, लेकिन चिंटू जी ने पूरी सच्चाई बताने के साथ अपने भुलक्क़ड होने की बात भी पत्नी से कही। पत्नी किसी तरह से भी मानने को तैयार नहीं थी। चिंटू जी ने तब अपनी उस गलती के बारे में भी बताया कि कैसे वह अपने दोस्तों को भोजन के लिए लेकर आए हैं।
Hindi Story Funny: पत्नी का मिला साथ
जैसे ही पत्नी को पता चला कि बाहर चिंटू जी के कुछ दोस्त खड़े हैं, तो उसने सोचा अपने पति से तो बात में निपट लूंगी। पहले इनके दोस्तों को संभालना पड़ेगा, वरना बड़ी जगहसाई हो जाएगी। पत्नी के तेवर नरम पड़ गए और वह चिंटू जी के दोस्तों को कैसे रफा दफा किया जाए, इस बारे में सोचने लगी! घर पर तो उन दोनों के खाने के लिए कुछ नहीं था, इस हालात में वह चिंटू जी के दोस्तों को कैसे खाना खिलाती।
Hindi Story Funny: दोस्तों का सब्र टूटा
दोनों पति पत्नी सोचने लगे लेकिन कुछ समझ नहीं आ रहा था कि कैसे इसका समाधान निकाले। वे सोच रहे थे कि शायद चिंटू जी के दोस्त थक कर वापिस चले जाएंगे, किन्तु वे सब भी तो पिए हुए थे। सब दोस्त साँस रोक कर चिंटू जी के बुलाने का इंतजार कर रहे थे। जब काफी देर तक चिंटू जी नहीं आए, तो उनके सब्र का बांध टूटने लगा। तभी उनमें से एक दोस्त ने दरवाजे पर दस्तक दी।
Hindi Story Funny: घर पर नहीं चिंटू जी
चिंटू जी एक दम से हड़बड़ाहट में अपनी पत्नी से बोले कि तुम इन लोगों को बोलो की मैं घर पर नहीं हूँ। पत्नी ने भी कोई और उपाय ना देख कर दरवाजा खोला और वह नींद भरी आंखों को मलते हुए मधुर वाणी में बोली, कि चिंटू जी तो घर पर नहीं हैं। उनके दोस्त बोले, ऐसा कैसे हो सकता है, चिंटू जी तो हमारे साथ ही आए थे और वह हमारे सामने ही घर के अंदर गए हैं।
Hindi Story Funny: भुलक्कड़ चिंटू जी
वे हठी से भरे अंदाज़ में बोले कि अब हम चिंटू जी से मिल कर ही जाएंगे। आप हमें घर के अंदर देखने दें। जब दोस्तों के जिद्दी स्वभाव और इस शोरगुल को सुना तो अचानक चिंटू जी घर की छत पर से बोले, बड़े नालायक लोग हो! रात के समय एक स्त्री से बहस कर रहे हो। जब वह बोल रही है, कि चिंटू जी घर पर नहीं हैं तो उसकी बात क्यों नहीं मानते? आप लोग ये क्यों नहीं समझते हो, कि हो सकता है चिंटू जी पिछले दरवाजे से बाहर चले गए हों।
Hindi Story Funny: चिंटू जी ने पलटी मारी
भुलक्क़ड चिंटू जी अपनी धुन में बोलते चले जा रहे थे। तभी उनके दोस्त ने बोला चिंटू जी यह क्या बात हुई, हमें घर पर खाने के लिए बुला कर अनजान बन रहे हो? चिंटू जी को जब ये एहसास हुआ की गड़बड़ हो गई, तो वह बात को संभालते हुए बोले, “अरे मैंने तुम लोगों से बोला था कि दरवाजा मत खटखटाना, लेकिन तुम लोगों ने मेरी बात नहीं मानी। इसलिए अब तुम लोगों को मैं खाना नहीं खिलाऊंगा।” उनके दोस्त समझ गए कि ‘इन तिलों में तेल नहीं है’, तो वे भी चिंटू जी को कोसते हुए अपने अपने घरों को चल दिए।
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