आजकल संचार क्रांति के जमाने में बच्चों का पढ़ाई से ध्यान बिलकुल हट गया है। पीछे कोरोना के समय, बच्चे घर पर बैठ कर...

 ...पढ़ने को मजबूर थे। इस कारण उनके हाथ में मोबाइल आ गया और उससे उनकी पढ़ाई में फायदा कम और नुक्सान ज्यादा...

... हुआ। परन्तु उस समय मोबाइल का प्रयोग मज़बूरी थी। अब जब स्कूल दोबारा से खुल गए हैं, बच्चों को अभी भी अपने पुरानी ...

 ... दिनचर्या पर आने में दिक्कत  महसूस हो रही है। अभी भी स्कूल जाने के बावजूद उनका मन पढ़ाई में नहीं लग...

...पा रहा और इसका फर्क हमें उनके परीक्षा परिणामों में देखने को मिल रहा है। मेरा भतीजा दसवीं कक्षा में बड़ी मुश्किल से पास हो पाया जबकि...

... दो साल पहले वह काफी होनहार छात्र था। घर वालों ने उससे जब कारण पूछा तो उसके पास कोई ठोस उत्तर नहीं था। सब को पता था कि क्या...

...कारण है, किन्तु सब उसे अपने अपने तरीके से समझा रहे थे। सब की बातें वह चुपचाप सुन रहा था। कुछ देर बाद उसका एक मित्र उससे मिलने आया तो...

...वह उसके साथ घर के सामने ही पार्क में बैठ कर बातें करने लगा। मुझे घर से बाहर कुछ काम था। जब मैं घर से बाहर  निकला तो मुझे उन दोनों दोस्तों की बातें सुनाई दी...

...जिसे सुन कर मैं हैरान भी हुआ और मुझे हंसी भी आई : 

हर तरफ पढ़ाई का साया है, हर पेपर में जीरो आया है। हम तो यूँ ही चले जाते हैं बिना मुँह धोये एग्जाम देने, और लोग कहते हैं कमीना रात भर पढ़ के आया है।