हास्य कविता का उद्देश्य श्रोताओं को हंसाना है। तनाव के क्षणों को हास्य रुपी कविता में प्रस्तुत कर आपके चेहरे पर मुस्कुराहट लाने का एक छोटा सा प्रयास है।
बैठा था दोस्त के साथ हुई थी, कई दिनों बाद मुलाकात।चर्चा चल रही थी इश्क पर, दिल के मचलने लगे जज्बात।
सब प्यार करते हैं, मैं भी कर लूँ, उसके दिल में थे यह विचार।सुनहरे सपने बुनने लगा वह, दिल धड़कने को था बेकरार।
उड़ते देखा, ज्यों सपनों के महलों में, दोस्त को आसमान पर।नींद से झकझोरा मैंने, लाया सत्य की तपती जमीन पर।
इश्क के ख्याल हैं बहुत, इश्क के चर्चे हैं बहुत।सोचते हैं हम भी कर लें इश्क, पर सुना है इश्क में खर्चे हैं बहुत।