हम सब कभी न कभी किसी ना किसी मुसीबत में फंसते ही रहते है। यह मुसीबतें कुछ समय के बाद खत्म हो जाती हैं, किन्तु जब कोई व्यक्ति मुश्किल में होता है तो...
... वह उसकी जिम्मेदारी किसी दूसरे पर थोप स्वयं निश्चिन्त हो जाता है, जैसे कुछ हुआ ही नहीं है। यह परेशानी हमारी लापरवाही के कारण भी हो सकती हैं और...
... कुछ प्राकृतिक कारणों से भी हो सकती हैं। लेकिन मुश्किल के समय तो हमें इसका दोष देने के लिए कोई ना कोई चाहिए। ऐसे ही एक साहब अपने कार्यस्थल से घर जा रहे थे...
... तो रास्ते में उनकी गाड़ी खराब हो गयी। उनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। उस परेशानी के समय उनके मुँह से जो दिल की भावनाएं निकली वह सुन कर आपको जरूर हंसी आएगी :