जीवन की कड़वी सच्चाई में कभी-कभी सपने सच नहीं होते। मेरा दोस्त डॉक्टर बनने वाला था, परंतु वह प्यार में पड़ गया और...
...उसने अपने जीवन के महत्व को एक क्षण में ही खो दिया। वह अपने प्यार में इतना डूब गया कि सुध-बुध भूल कर फाइनल एग्जाम देने भी नहीं गया। जिस तरह से ...
...डॉक्टर बनने का उसमें जुनून था, वह जुनून अब आशिकी के रूप में प्रकट हो रहा था। उसका नसीब देखो की उसकी गर्लफ्रेंड की शादी किसी और से हो गई और...
...वह पागलों की तरह इधर-उधर घूम रहा था। उसने अपने जीवन का लक्ष्य और सपने अपने ही हाथों बर्बाद कर लिए। आज जब उसे इसका एहसास हुआ तो अपने ऊपर व्यंग्य करता हुआ बोला: